· आपकी क्या भूमिका है?
मैं संध्या नाम की एक विधवा की भूमिका में हूँ. जिसका आठ साल का एक बेटा भी है. मैंने पहली ही बार इस तरह की भूमिका की है.
· कहानी के बारें में बताइए?
सुंदरवन में एक स्कूल शिक्षक है स्नेहमोय नाम का और मियागे जापान की एक जवान लड़की है, ये दोनों ही पत्रों के माध्यम से एक दूसरे से मिलतें हैं और आपस में उनमें प्यार हो जाता है इसके अलावा पत्र के माध्यम से ही वो शादी भी कर लेते हैं उनकी शादी को १५ साल हो चुके हैं जबकि वो आज तक एक दूसरे से कभी नहीं मिले हैं. मैं भी कुछ परिस्थितियों की वजह से शिक्षक के घर में रहती हूँ.
· सुना है, यह फ़िल्म भी किसी लेखक की कहानी पर आधारित है?
हाँ - यह अंग्रेजी लेखक कुनाल बासु की लघु कहानी पर आधारित है.
· अपर्णा सेन के साथ काम करना कैसा रहा? सुना है सेट पर आप बहुत ही डरी रहती थी निर्देशिका अपर्णा सेन से?
शुरू शुरू मैं थोड़ी सी उनसे डरी हुई थी क्योंकि मैंने सुना था की वो बहुत ही कडक हैं, लेकिन साथ में काम करते - करते सब ठीक हो गया. जब कोई सीन सही नहीं होता तब वो समझाती व जरुरत होने पर डांटती भी लेकिन फिर अपनी बेटी की तरह प्यार भी करती. अपर्णा के साथ काम करने में बहुत ही अच्छा रहा, मैं भविष्य में भी उनके साथ काम करना चाहूंगी, वो जिस तरह से काम करती हैं उससे बहुत ही प्रेरणा मिलती है.
· राहुल बोस के साथ काम करना कैसा रहा?
राहुल तो एक मंझे हुए अभिनेता है, उनके साथ काम करते हुए बहुत ही सीखा मैंने अभिनय के बारें में, बहुत ही मजा आया साथ में काम करके.
· आपकी अधिकतर जितनी भी फ़िल्में आयी हैं उनमे से अधिकतर कमर्शियल नहीं हैं ? क्या कोई वजह है इसकी?
मुझे जिस भी तरह की फ़िल्में मिल रही हैं मैं उनसे खुश हूँ, मुझे कोई भी शिकायत नहीं है.
· इस फ़िल्म के बाद कौन सी फ़िल्में आपकी आने वाली हैं?
एक तो '' सन् ग्लास'' है, इसके अलावा विनय शुक्ला की ''मिर्च'' व रितुपर्णो घोष की '' नौका डूबी'' मेरी आने वाली फ़िल्में हैं.
1 comment:
इस साक्षात्कार के लिए धन्यवाद.
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